डॉ० अब्दुल कलाम ने विद्यार्थियों के लिए सन्देश के रूप में लिखा है कि:-
“सपना वो नही जो आप सोते समय देखते हैं , सपना वो है जो आपको सोने नही देता |”
अत्यंत हर्ष का विषय है कि आपने शिक्षा के आयामों को स्पर्श करने के लिए इस विद्यालय का चयन किया है ।
विद्यालय परिवार की ओर से स्वागत एवं अभिनंदन !
हमारा यह विद्यालय सन् 1946 से सतत् संचालित है । विद्यार्थी जीवन प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति के जीवन का स्वर्ण
काल होता है | हमारे देश का प्रत्येक विद्यार्थी अनंत क्षमताओं का अक्षय भंडार है | विद्यालय में इन्टर स्तर
पर कला, एवं विज्ञान संकाय है । विद्यालय एन एस एस एवं एन सी सी की इकाईयां विद्यमान है। शिक्षा मनुष्य का
शारीरिक, मानसिक, आत्मिक, बौद्धिक एवं सामाजिक विकास करती है। हमारे विद्यालय में व्यक्तित्व के सर्वांगीण
विकास के लिए शैक्षणिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेलकूद एवं नैतिक मूल्यपरक कार्यक्रमों की समृद्ध शृंखला वर्ष
पर्यन्त चलती रहती है जिससे लाभान्वित छात्र कौशल सम्पन्न होकर ’आत्मनिर्भर भारत’ संकल्पात्मक अभियान के
संवाहक बने हुए हैं।
शिक्षक प्रत्येक परिस्थितियों में अपने आशीर्वाद रुपी वर्षा के माध्यम से बच्चो को सदा हरा भरा बनाये रखते हैं
| विद्यार्थी एक पत्थर के समान होता है जिसे शिक्षकों द्वारा तराश करके एक मूर्ति का आकार प्रदान किया जाता है
| ये मूर्तियाँ आगे चल कर एक सामासिक संस्कृति और प्रगतिशील समाज का निर्माण करती हैं |
धन्यवाद
श्री धर्मेन्द्र कुमार
प्रधानाचार्य